मां तुम हो महानमत सताओ मत सताओसुरमयी कोई गीत गाओदेखो आसमान में अजीब सी है लालिमाहर लाल को बुला रही है उसकी ममतामयी मांमगन रहे मगन रहेअपनी धुन में लगी है ये दुनियामत भूलना उस मां को जिसने तुझे काबिल बनायामत भूलना उस मां को जिसने तुझे चलना सिखायाक्या कहू मैं सब जानते है मां की ममताफर्क इतना है कोई भूल जाता,कोई है याद रखताक्या गीता क्या कुरान माँ से ज्यादा कौन महानक्या गुरुग्रंथ क्या बाइबल मां से ज्यादा है किसका दिलधर्मं ग्रंथ तो एक सत्यपथ पर चलने का बहाना हैजिसने अपनी मां को जाना उसे कही नहीं जाना है
एक तुच्छ कवी नरेन्द्र (नाना-बाबा )

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